पैसों की दमदार दिये रसूखदारों को प्रधानमंत्री आवास
अधिकारी मौन फरियाद सुने कौन ग्रामीणों की सरकार से दरकार फरियाद
हमारी भी सुनो सरकार
नाहि आवास है नाहि कोई रोजगार और कब तक बैठे रहे बेकार
ग्रामीणों को सरपंच की धौंस सचिव की मिलती है डपट
शिकायतों पर ग्रामीणों की अधिकारी नहीं करते सुनवाई देते हैं संरक्षण जिससे सरपंच-सचिव के होते हैं हौसले बुलंद
राज्य की नवदुनिया प्रतिनिधि
गंज बासौदा जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत नेगमा पिपरिया को लगा भ्रष्टाचार का दीमक क्योंकि अधिकारीयों के संरक्षण फल फूल रहा है भ्रष्टाचार और सांठ-गांठ से सरपंच-सचिव मिल कर लगा रहे सरकार को चुना। सचिव पर्यवेक्षक अवधि में होने के बाद भी जम कर उठा रहे हैं मौके का फायदा उनको नही लगता किसी से डर क्योंकि जनपद पंचायत से लेकर जिला पंचायत तक के अधिकारी सरपंच सचिव के साथ मिलकर पैसों की बन्दर बाट में लगे हुऐ हैं ग्राम पंचायत द्वारा गांव के रसूखदार और जमींदारों को सरकार द्वारा आवासहीन व्यक्तियों के लिऐ बनाई गई प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया जा रहा है और गांव के आवासहीन गरीब अभी भी झोपड़ी में रहने को मजबूर। जब हमारी टीम ग्राम पंचायत का दौरा करने ग्राम पंचायत पहुँची तो ग्राम वासियों के द्वारा बताया गया कि प्रधानमंत्री आवास योजना में उनको बिना पैसे के लाभ नही दिया जा रहा। प्रधानमंत्री आवास योजना में पात्र हितग्राही को सचिव सरपंच जिस गरीब खेमरी हरिजन और चंदन हरिजन को अपात्र किया गया उनके द्वारा बताया गया कि उनका सूची में नाम होने के बाद भी योजना का लाभ नही दिया गया बल्कि उनको आपत्र कर दिया गया है।
जब हमारी ने बन रहे प्रधानमंत्री आवासों के बारे में ग्रामीणों से पुछा तो उनके द्वारा बताया गया कि अपत्रो से पैसे लेकर सरपंच सचिव के द्वारा गांव के पटेलों कहे जाने वाले रसूखदारों को लाभ दिया है वही उनके द्वारा ग्राम नेगमा पिपरिया के वह रसूखदार जिनके पास 27 बिघा जमीन जिनके खसरा क्रमक 271/2/2, 559/2,558/3 राजस्व में जिनके नाम पर दर्ज है जो कि सिंचित एबं 5 लाख का के .सी .सी .और पक्का मकान, मोटरसाइकिल, टैक्टर, मोटर साईकिल भी है।
ग्राम नेगमा पिपरिया के दूसरे अपात्र व्यक्ति जिनके पास राजस्व रिकॉर्ड के अनुसार सिंचित जमीन 23 बीघा है जिनके खसरा क्रमक 332,336,333, 378/4 दर्ज है जिन पर 4 लाख का के .सी. सी. कार्ड बना हुआ है इनके पास पक्का मकान है, मोटरसाइकिल 2 है, टैक्टर भी है, ग्राम कथरी जिनके पास राजस्व रिकॉर्ड के अनुसार 13 बिघा जमीन है जो कि सिंचित है और 3 लाख का के.सी. सी. कार्ड भी बना हुआ है जिनका खसरा नंबर है 198/2,229/246/1/1, 45/1/1जोकि राजस्व में दर्ज है इनके पास खुद ला आलीशान घर गांव में 1200 बर्ग फिट में बना हुआ है जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 10 लाख रुपये होगी, और इनके पास सुख सुविधा के सभी सामान उपलब्ध है ऐसे अपात्र व्यक्तियों को पात्र बना कर प्रधानमंत्री आवास योजना का अनुचित तरीके से लाभ पहुंचाया गया है जोकि जिम्मेदारों को दिखाई नहीं देता है
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