अधिकारियों की नाक के सरपंच-सचिव और रोजगार सहायक द्वारा किया गया लाखों का भ्रष्टाचार जनपद पंचायत द्वारा भ्रष्टाचार में लिप्त,भ्रष्टों को सोंपी भ्रष्टाचार की जांच,जिस पर उठ रहे हैं कई सवाल, फिरकैसे होगी निष्पक्ष जांच मनरेगा अधिनियम 2005 के अनुसार 2513 मैं मशीन का उपयोग वर्जित है इसके बाद भी मजदूरों के मुंह से निवाला छीन कर मशीनों का उपयोग किया गया





सुरेंद्र पस्तोर  

राज्य की नवदुनिया प्रतिनिधि

गंज बासौदा // नटेरन
एक तरफ जहां सरकार बड़े-बड़े दावे करती है कि भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त कर देंगे, वही दूसरी तरफ ग्राम पंचायतों के कुछ ऐसे सचिव और रोजगार सहायक है, जिन्होंने भ्रष्टाचार को शिष्टाचार के रूप फैला रखा है    
ऐसा ही मामला जिले के नटेरन जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत रमपुरा जागीर का है,जहां पर सचिव और रोजगार सहायक की  मनमानी चलती है। और प्रशासनिक अधिकारी जिन के सामने वोने नजर आते है,महिला सरपंच जो की अनपढ़ है। इसका बात का पूरा-पूरा फायदा सचिव-रोजगार सहायक द्वारा उठाया जा रहा है,फर्जी बिल लगा कर बिना निर्माण कार्य किये ही जहां मन करता है वहा साइन करा के पैसा निकाल लिया जाता है,जब ग्रामीण विकास कार्य के नाम पर किये जा रहे भ्रष्टाचार   को लेकर बोलते है,तो सचिव और रोजगार सहायक के द्वारा बोला जाता है कि जिसको जो करना है सो कर लो,यह बात यही पर खत्म  नही होती है,क्योंकि जिन ग्रामीणों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलता है उनसे अधिकारीयों के नाम पर पैसा लिया जाता है,सभी हितग्राहीयों से 5 हजार रुपये से 15 हजार रुपये तक लिया गया है,और कई आवास तो ऐसे हैं जो कि आज भी आधे-अधूरे परंतु किसी को दिखाई नहीं देते हैं, जबकि पैसा पूरा निकाला जा चुका है,  पंचायत रमपुरा जागीर में सचिव-रोजगार सहायक के द्वारा करोड़ों का घोटाला किया जा चुका है जिसकी जांच तो हुई लेकिन गांधी छाप चश्मे के आगे प्रभावित हो गयी ग्रामीणों द्वारा जिला पंचायत सीईओ एवं नटेरन सीईओ भ्रष्टाचार में लिप्त दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करे ताकि सचिव और रोजगार सहायक का बोलबाला एवं मनमानी कम हो।

Post a Comment

0 Comments