नगर पालिका कर्मचारी कर रहे हैं वसूली के नाम पर भ्रष्टाचार



गंज बासौदा //
  नगर पालिका में आये दिन भ्रष्टाचार के केस आते रहते हैं। ऐसा ही दिलचस्प मामला सामने आया है। नगर पालिका की वसूली करने वाले कर्मचारी दीपक जैन और अशोक सोलंकी के खिलाफ आरएस श्रीवास्तव द्वारा भ्रष्टाचारी एवम् टैक्स से अधिक राशि लेने का एक शिकायती आवेदन एसडीएम और सिटी थाना प्रभारी को दिया है।
आर एस श्रीवास्तव ने बताया कि 4 मार्च को नगर पालिका कर्मचारी दीपक जैन और अशोक सोलंकी उनके घर आए और उन्होंने 13000 टैक्स बताया। जिस पर श्री श्रीवास्तव द्वारा बोला गया कि इतना टैक्स नहीं हो सकता। फिर दोनों ने केलकुलेटर पर हिसाब लगाया बताया कि 8000 रुपए लगेंगे। तब उन्होंने दोनों को 8000 दे दिए। और अशोक सोलंकी द्वारा 2985 की रसीद लाकर दी गई। जब बकाया रुपए मांगे तो दोनों कहने लगे कि नगर पालिका में कंप्यूटर पर कार्यरत कर्मचारी को गलत एंट्री कराने के लिए देना पड़ेंगे। और ऊपर के अधिकारियों को भी रुपए देना पड़ेगा तो आपका टैक्स कम आया करेगा। अशोक सोलंकी ने दीपक जैन के कहने पर संपत्ति कर रजिस्टर में नाम वाले कॉलम में कुछ अंकों में एंट्री भी की है। रुपए वापस मांगने पर वापस नहीं किए गए। जिस पर श्री श्रीवास्तव द्वारा दोनों पर करवाई करने शिकायती आवेदन नवागत एसडीएम और सिटी टीआई को दिया गया है।

 रजिस्टर में एंट्री ना फिर से मांगा जाता है टैक्स -

 एडवोकेट सुरेंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि वार्ड नंबर 6 में उनके जीजा जी द्वारा 2018 का 3000 टैक्स जमा कर दिया गया था, लेकिन जब 2019 में टैक्स जमा करने पहुंचे तो उनको 2018 का हिसाब भी जोड़ कर बताया गया। उनके रजिस्टर में एंट्री ना होने के कारण बाय फिर से 2018 का बकाया टैक्स मांग रहे थे। जब उनके जीजा जी द्वारा रशीद पेश की गई तो वह कहने लगे रजिस्टर पर चढ़ना भूल गए होंगे।

 टैक्स नगर पालिका में जाकर ही जमा कर -
सामाजिक कार्यकर्ता शैलेंद्र सक्सेना ने बताया कि घर पर कोई भी  किसी प्रकार का टैक्स लेने आए, पहले उस कर्मचारी का प्रूफ मांगे, कब से कब तक है किस प्रकार लिया जाता है उसको बारीकी से समझे। उनके कहने पर बिना समझे कभी भी पूरा टैक्स ना दें। टेक्स्ट के नाम पर कुछ कर्मचारी कम कराने के नाम पर अवैध वसूली भी कर रहे हैं। जहां तक हो नगर पालिका जाकर ही रजिस्टर में सामने एंट्री कराकर ही टैक्स जमा करें।

 शिकायत के बाद रुपए देने घर आए लेकिन नहीं लिए -


नगर पालिका कर्मचारी अशोक सोलंकी और दीपक जैन दोनों बकाया राशि  5000 रुपए लेकर श्री श्रीवास्तव के घर 1 जुलाई को पहुंचे लेकिन श्री श्रीवास्तव द्वारा रुपए लेने से साफ इंकार कर दिया गया।

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