गंज बासौदा // नगर में कृषि कानून,के विरोध में शहर बंद का आव्हान कांग्रेस पार्टी के द्वारा किया गया था जिसका समर्थन आप पार्टी और हम्माल यूनियन ने भी किया लेकिन बंद का पूरे शहर में मिलाजुला असर देखने को मिला, वही चाय सब्जी के ठेले खुले रहे बंद के दौरान कोई अप्रिय वारदात घटित ना हो इसलिये पुलिस की चप्पे-चप्पे पर तैनात रही पुलिस,गस्ती बाजारों में देखी गई, कांग्रेस पार्टी ने तहसीलदार को महामहिम राष्ट्रपति के नाम काले कानून वापस लेने को लेकर एक ज्ञापन सौंपा
शहर में बंद का मिलाजुला असर देखा गया वही चाय सब्जी के ठेले कुछ जगह खुले मिले शहर बंद का 4 संगठनों द्वारा समर्थन किया गया जिनमें कांग्रेस किसान पार्टी हम्माल यूनियन और आप पार्टी ने अपना समर्थन दिया वहीं सड़कों पर दुकान बंद कराने के लिऐ जगह-जगह देख कांग्रेसी और कई संगठन खुली दुकानों पर पहुंचे और बंद कराई इसके बाद कांग्रेस के पूर्व विधायक निशंक जैन के नेतृत्व में महामहिम राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार को एक ज्ञापन सौंपा,ज्ञापन में कहा गया कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों पर थोपे गये तीन काले कृषि कानूनों को वापस लिया जाये, किसानों के फसल का मूल्य का निर्धारण एमएसपी की गारंटी दी जाये किसानों की राहत राशि एवं फसल बीमा का समय पर वितरण किया जाये ,वहीं भारत सरकार द्वारा आम जनता को रोजमर्रा की चीजें जैसे डीजल पेट्रोल रसोई गैस खाद्य सामग्री में उपयोग होने वाले तेल एवं दाल अन्य आवश्यक वस्तुओं की बेतहाशा वृद्धि हुई है, वर्ष 2013-14 की दरों की तुलना में कई गुना महंगाई है। इसके बावजूद किसानों को अपनी जिंस का उचित भाव नहीं मिल रहा है,
कांग्रेस ने ज्ञापन देकर से किसानों एवं जनहित में केंद्र सरकार द्वारा कृषि कानूनों को तत्काल हटाये जाने की मांग की गई है। हम्माल यूनियन संगठन में भी ज्ञापन देकर तीन काले कानून का विरोध किया है, तो वहीं आप पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतर कर बाजार बंद का समर्थन किया है ।
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