!!.सीईओ सैयद मजहर अली के कार्यकाल में सागर लोकायुक्त कर चुकी जनपद के रिश्वत खोरो को बेनकाब.!!
पंकज पाराशर छतरपुर
भोपाल l बुंदेलखंड में माफियाओं का सरताज जनपद पंचायत छतरपुर के सीईओ सैयद मजहर अली तुगलकी फरमान से हड़कंप मचा है l जनपद पंचायत छतरपुर इन दिनों भ्रष्टाचार का अड्डा बनी हुई है l यह हम नही बल्कि लोकायुक्त की हो रही एक के बाद एक लगातार कार्यवाही से स्पष्ट हो रहा है गौर करे तो सीईओ सैयद मजहर अली के कार्यकाल में भ्रष्टाचार बेहताशा बढ़ा ही नही बल्कि दीमक की तरह जनपद कार्यालय में लग चुका है,जब कमीशन खोरी और रिश्वतखोरी के खेल में सीईओ एई मनरेगा अकाउंटेंट और एपीओ ने इंतहा कर दी तो लोग लोकायुक्त की शरण मे जाने लगे और परिणाम स्वरूप भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारियों को लोकायुक्त ने 4 माह पूर्व लोकायुक्त ने रंगे हाथों रिश्वत लेते गिरफ्तार कर उनका असली चेहरा बेनक़ाब किया था, रिश्वतखोरी के इस खेल में पकड़े जाने के बाद खुलासा हुआ है कि कमीशन और रिश्वत का यह पैसा जनपद में सीईओ एई मनरेगा एकाउंटेंट और एपीओ के अलावा सभी सीट को उसके हिस्से के हिसाब से दिया जाता है, खुलासा तो यह भी किया गया है कि सीईओ सहित सभी अधिकारी और कर्मचारी हितग्राही मूलक योजना और जनहितैषी योजनाओं में फ़ाइल स्वीकृत कराने से लेकर कार्य के अंत तक अपना अपना कमीशन बांधे हुए है,बताया गया है कि कमीशन न देने पर संबंधित को प्रताड़ित कर मजबूर किया जाता है जिसके परिणामस्वरूप मैदानी अमला या पंचायत स्तरीय अमले को मजबूरी में योजनाओं में जनता से पैसे लेकर उसे सबको बाँटना पड़ता है और लोकायुक्त का शिकार होते है छोटे कर्मचारी जबकि असली खिलाड़ी बड़े अधिकारी लोकायुक्त की गिरफ्त से बच जाते है l जनपद पंचायत छतरपुर में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायतों पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास प्रशासन ने संज्ञान में लेकर जांच के आदेश जारी किए हैं l सीईओ सैयद मजहर अली राजनेताओं के चरणों की चरण वंदना कर बचने का प्रयास कर रहे हैं l लेकिन देखना अब यह होगा कि लोकायुक्त की रडार पर आ चुके छतरपुर जनपद कार्यालय में लोकायुक्त की बड़े अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही कब होती है l
 


 
 
 
 
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