प्रशासन की मौन स्वीकृति से नदी का अस्तित्व खतरे में।

प्रशासन की मौन स्वीकृति से नदी का अस्तित्व खतरे में।

लवकुशनगर थाना के अक्टोहा चौकी अंतर्गत चल रहा अवैध रेत उत्खनन का कार्य।

बालू माफियाओ ने उर्मिल नदी को बनाया निशाना, हंसपुरा और देविखेड़ा से हो रहा बालू का अवैध उत्खनन।

विशेष खबर सत्ता सुधार ब्यूरो चीफ छतरपुर मोहम्मद इमरान।

आनंदेश्वर रेत ठेकेदार का ठेका निरस्त होते ही सक्रिय हुए अवैध बालू का उत्खनन करने वाले।


लवकुशनगर - छतरपुर जिले का लवकुशनगर अनुविभाग रेत के अवैध कारोबार का बड़ा बाजार बन गया है। जहां दिन रात रेत का अवैध उत्खनन व परिवहन किया जाता है। अवैध उत्खनन कर धड़ल्ले से उत्तरप्रदेश की ओर परिवहन किया जाता है। प्रशासन की अनदेखी या फिर मौन स्वीकृति से रेत माफिया रोजाना शासन को लाखों रुपए के राजस्व की क्षति पहुंचा रहे हैं। बड़ी विडंबना तो यह है कि सब जानकर भी पुलिस, खनिज विभाग व राजस्व का अमला खामोश है।

आनंदेश्वर रेत ठेकेदार का ठेका निरस्त होते ही सक्रिय हुए अवैध बालू का उत्खनन करने वाले।

आनंदेश्वर रेत ठेकेदार का ठेका निरस्त होते ही सक्रिय हुए अवैध बालू का उत्खनन करने वाले लोग , आपको बता दें कि अभी एक हफ्ता भी नहीं हुआ रेत वालू  ठेकेदार का ठेका निरस्त हुए और उसके बाद अवैध बालू के उत्खनन का कारोबार बड़े स्तर से फलने फूलने लगा है नदियों से बिना फिटपास और बिना रॉयल्टी दिए बालू बड़े स्तर से नदियों से निकाली जा रही है और रोजाना दर्जनों ठेला डंपरों से बालू को अवैध रूप से अन्य जिलों में पहुंचाई जा रही है शासन-प्रशासन क्यों आंख मूंदकर बैठा हुआ है क्यों कोई कार्यवाही अवैध बालू का कारोबार करने वालों पर नहीं कर रही है।

देविखेड़ा और हंसपुरा के आसपास सैकड़ों घन मीटर रेत का अवैध भंडारण।

रेत के अवैध कारोबार से जुडे लोगों के हौंसले इतने बुलंद है कि बिना परमीशन के ही देवीखेड़ा और हंसपुरा के आसपास रेत का विशाल रूप में अवैध भंडारण भी किया जा रहा है और खनिज विभाग तथा जिले का पूरा प्रशासन इस मामले से अनजान बना हुआ है हजारों घन मीटर रेत का अवैध भंडारण है जहां से रोजाना रेत का अवैध तरीके से परिवहन किया जाता है और लाखों करोड़ों रुपये का राजस्व को चूना लगाया जाता है फिर भी खनिज, राजस्व, पुलिस के द्वारा जानकारी होने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं की जाती है।

क्षेत्र की जीवन दायनी उर्मिल नदी का अस्तित्व मिटाने में लगे बालू माफिया।

लवकुशनगर थाना क्षेत्र के देवीखेड़ा और हंसपुरा के आसपास उर्मिल नदी से बड़े पैमाने पर बालू का अवैध रूप से उत्खनन किया जा रहा है नदी के बीचोबीच लिफ्टर लगाकर एलएंडटी मशीने उतारकर रेत माफिया रेत निकालकर नदी का सीना छलनी करने में लगे हुए है अवैध बालू उत्खनन का पूरा कारोबार लवकुशनगर थाना क्षेत्र के अक्टोन्हा चौकी अंतर्गत किया जा रहा है लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा अवैध रेत उत्खनन को लेकर कोई कार्यवाही नहीं की जाती है जिससे रेत माफियाओ के हौसले इतने बुलंद है कि दिनरात अवैध रेत का कारोबार फलफूल रहा है और लवकुशनगर तथा क्षेत्र के लिए जीवन दायनी उर्मिल नदी का अस्तित्व मिटाया जा रहा है।

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