कलेक्टर एवं जिला सीईओ के छवि धूमिल करने में तूले सचिव रोजगार सहायक। सचिव और रोजगार सहायक के खिलाफ जिला पंचायत सीईओ क्यों है मौन। आखिर क्यों जिला पंचायत सीईओ नहीं कर पा रहे हैं भ्रष्टों के खिलाफ कार्यवाही। आखिर कब होगी भ्रष्ट ग्राम पंचायत सचिव और रोजगार सहायक के खिलाफ कार्यवाही। सचिव और रोजगार सहायक द्वारा दूसरे लोगों के खाते में पैसा डाल कर रहे हैं भ्रष्टाचार, ग्राम पंचायत रमपुरा जागीर में बड़े पैमाने पर फैला भ्रष्टाचार फिर भी नहीं हो रही कार्यवाही ग्राम पंचायत रमपुरा जागीर के सचिव और रोजगार सहायक द्वारा व्यापक तौर पर निकाले गऐ लाखों रुपये फर्जी बिल लगाकर

 

राज्य की नवदुनिया प्रतिनिधि

 विदिशा // नटेरन
एक तरफ जहां सरकार बड़े-बड़े दावे करती है कि भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त कर देंगे, वही दूसरी तरफ ग्राम पंचायतों के कुछ ऐसे सचिव और रोजगार सहायक है, जिन्होंने भ्रष्टाचार को शिष्टाचार के रूप फैला रखा है    
ऐसा ही मामला जिले के नटेरन जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत रमपुरा जागीर का है,जहां पर सचिव और रोजगार सहायक की  मनमानी चलती है। और प्रशासनिक अधिकारी जिन के सामने वोने नजर आते है,महिला सरपंच जो की अनपढ़ है। इसका बात का पूरा-पूरा फायदा सचिव-रोजगार सहायक द्वारा उठाया जा रहा है,फर्जी बिल लगा कर बिना निर्माण कार्य किये ही जहां मन करता है वहा साइन करा के पैसा निकाल लिया जाता है,जब ग्रामीण विकास कार्य के नाम पर किये जा रहे भ्रष्टाचार   को लेकर बोलते है,तो सचिव और रोजगार सहायक के द्वारा बोला जाता है कि जिसको जो करना है सो कर लो,यह बात यही पर खत्म  नही होती है,क्योंकि जिन ग्रामीणों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलता है उनसे अधिकारीयों के नाम पर पैसा लिया जाता है,सभी हितग्राहीयों से 5 रुपये से 15 हजार रुपये तक लिया गया है,और कई आवास तो ऐसे हैं जो कि आज भी आधे-अधूरे परंतु किसी को दिखाई नहीं देते हैं, जबकि पैसा पूरा निकाला जा चुका है,  पंचायत रमपुरा जागीर में सचिव-रोजगार सहायक के द्वारा करोड़ों का घोटाला किया जा चुका है इसकी अभी तक कोई जांच नही हुई ग्रामीणों द्वारा जिला पंचायत सीईओ नटेरन से यह अपील की जा रही है की रमपुरा जागीर की जल्द से जल्द जांच हो ताकि सचिव और रोजगार सहायक का बोलबाला एवं मनमानी कम हो।

Post a Comment

0 Comments