राज्य की नवदुनिया प्रतिनिधि
 गंजबासौदा //  मिनी स्मार्ट सिटी का कार्य राम भरोसे चल रहा है ना तो कोई अधिकारी देखने बाला है और ना कोई जनप्रतिनिधि ओर ठेकेदार तो बाहर के हैं जो यहां केवल काम करके पैसा कमाने के उद्देश्य से आये हुए हैं इसलिए भर्राशाही जोरों पर चल रही है ऐसा ही एक मामला फिर मिनी स्मार्ट सिटी के चल रहे निर्माण कार्यों से आया है यूं तो स्मार्ट सिटी का पूरा प्रोजेक्ट 1 वर्ष में पूर्ण होना था लेकिन करीब 3 वर्ष से ठेकेदार एक ही सड़क बनाने में लगा है ऐसे में नागरिकों के लिए ठेकेदार हसी का पात्र बना हुआ है नागरिकों का कहना है कि ठेकेदार की धीमी रफ्तार है या कछुए की रफ्तार भले धीमी हो लेकिन काम ठीक हो जाये तब भी संतुष्टि होती है लेकिन यहां तो ना काम हो रहा ना ही रफ्तार ताजा मामला निर्माणाधीन तिरंगा बायपास सड़क से आया है जहां पुलिया के निर्माण किये बिना ही ऊपर से सड़क बना दी जबकि पुलिया छतिग्रस्त है उसके पाइप भी जर्जर हो चुके हैं लेकिन जीर्णशीर्ण पुलिया के नवनिर्माण के बिना ही इसके ऊपर से कंक्रीट रोड बना दी जिससे पुलिया दिखाई तक ना दे लेकिन अगर बिना पुलिया के नवनिर्माण के सड़क बनी और भविष्य में पहले से ही छतिग्रस्त पुलिया अगर ओर छतिग्रस्त हो गई जिसके कारण सड़क को भी नुकसान हो सकता है और राहगीरों को भी तब उस परिस्तिथि में जिम्मेदार कौन होगा यह विचारणीय प्रश्न है लेकिन गंजबासौदा नगर में स्मार्ट सिटी के लिए कोई जिम्मेदार अधिकारी नियुक्त नहीं है जिससे यह बात की जा सके जिसके कारण ठेकेदार अपनी मनमानी करते चले जा रहे हैं |
सड़क में आने लगे क्रैक:-
मिनी स्मार्ट सिटी की सड़क अभी पूर्ण रूप से बनकर तैयार भी नहीं हुई है और इसमें क्रैक आने प्रारम्भ हो गए है लेकिन प्रशासन और ठेकेदार इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं अभी तो सड़क पर आवागमन ही प्रारम्भ नहीं हुआ और सड़क में क्रैक आना प्रारम्भ हो गए ऐसे में सड़क की गुणवत्ता एवं होने बाले निर्माण के बिषय में विचार किया जा सकता है लेकिन इस ओर अधिकारियों का कोई ध्यान नहीं जबकि यह मिनी स्मार्ट सिटी का प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री जी का स्वम् घोषित किया प्रोजेक्ट है | 
 


 
 
 
 
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