दमोह (मध्यप्रदेश)
मध्य प्रदेश के 5 जिलों पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, दतिया और दमोह में सूखा पड़ना लगभग सुनिश्चित हो गया है। अब तक यहां 50% से कम बारिश हुई है। कुछ इलाकों में 30% से कम बारिश हुई है। सावन का महीना शुरू होने वाला है,और मौसम विशेषज्ञों के पूर्वानुमान गलत साबित हो रहे हैं और ज्योतिष के अनुसार सावन के महीने में सिर्फ 4 दिन अच्छी वर्षा होगी। 
28 जिलों में वर्षा को तरस रहे लोग, सूखे के हालात 
मध्य प्रदेश के 28 जिलो, भिंड,ग्वालियर,श्योपुर, शिवपुरी, अशोकनगर, गुना, सागर, राजगढ़,शाजापुर, आगर मालवा, मंदसौर, उज्जैन, इंदौर, धार, आलीराजपुर, बड़वानी, खरगोन, खंडवा, हरदा, होशंगाबाद, सिवनी, बालाघाट, डिंडोरी,अनूपपुर, उमरिया, जबलपुर,कटनी और सतना में सूखे के हालात उत्पन्न हो गए हैं। लोग वर्षा के लिए तरस रहे हैं। इन जिलों में 50% से लेकर 80% तक वर्षा हुई है।
मध्य प्रदेश मौसम- सिर्फ 4 जिलों में हालात संतोषजनक 
मध्य प्रदेश के सिर्फ 4 जिले ऐसे हैं,जहां हालात संतोषजनक हैं।टॉप पर सिंगरौली जिले का नाम है जहां सामान्य से 45% अधिक वर्षा हो चुकी है। भोपाल, नरसिंहपुर और रायसेन में भी सामान्य से 20% अधिक वर्षा हो चुकी है परंतु मौसम सभी जिलों का खराब है।
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